Cheque Kaise Bhara jata hai: एक सुरक्षित वित्तीय लेन देन के लिए चेक कई वर्षों से ही भारतीय बैंकिंग प्रणाली का एक बुनियादी हिस्सा रहा है। चेक के जरिये आसानी से लेन-देन करने के लिए, सबसे पहले यह जानना जरुरी है कि चेक क्या होता है और चेक को कैसे भरा जाता है।
इस गाइड लेख के जरिये हम जानेगे कि वित्तीय लेन-देन के लिए किसी भी बैंक की चेक कैसे भरे (Cheque kaise Bhare ) और इससे सम्बंधित सभी जानकारी साथ ही साथ चेक भरते समय आपको क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए इसकी भी जानकारी आपकों इस लेख में मिलेगी।
चेक क्या होता है ?
सरल भाषा में कहे तो चेक एक आपके बैंक द्वारा प्रदान किये जाना वाला एक डॉक्यूमेंट होता है। जिसके जरिये आप अपने बैंक खाते से किसी दूसरे के खाते में पैसे के लेन देन की अनुमति देते है।
किसी भी बैंक में खता खुलवाते समय, आपका बैंक आपको बुकलेट की तरह दिखने वाला एक डॉक्यूमेंट देता है। जिसमे बहुत सारे पेज होते है। इस बुकलेट को चेकबुक और इसके अंदर के पेज को चेक (Cheque) कहते है।
step by step प्रोसेस : Bank Cheque kaise bhare
यदि आप पहली बार चेक के जरिये किसी को भुगतान करने जा रहे है तो चेक को बहुत ध्यानपूर्वक भरे क्योकि इसमें किसी भी प्रकार की overwriting या काट-छठ करने अनुमति नहीं होती है। यदि अपने गलती से भी overwriting कर दी है तो आपका वह चेक अमान्य हो जायेगा। चेक को भरने से पहले इन बातो का ध्यान रखे।
चेक की तारीख (Cheque Date): चेक भरने की शुरुआत तारीख भरने से करे। चेक के दाये कोने में ऊपर की तरफ आपको चेक की तारीख भरने की जगह दिखाई देगी। यह पर आपको उस तारीख को भरना है जिस दिन आप इस चेक को Encash कराना या भुनाना चाहते है।
चेक प्राप्तकर्ता का नाम (Payee Name ): अब बरी आती है भरने कि चेक आदाता या चेक प्राप्त करने वाले का नाम। Payee को व्यक्ति या फिर व्यापारिक संगठन हो सकता है। चेक के बिलकुल बीचो-बीच आपको Payee या Payee name के आगे प्राप्तकर्ता का नाम ध्यान से कैपिटल लेटर्स में लिखना होगा। ध्यान रहे यह नाम उस व्यक्ति या संगठन के बैंक होल्डर नाम से बिलकुल मैच करना चाहिए। जिसे आप चेक दे रहे हो।
धनराशि अंको में (Amount in Figures): अब आपको चेक के दाये तरफ दिए गए बॉक्स में आपको वह अमाउंट भरना है जिसे आप payee को देना चाहते है। इस अमाउंट को ध्यान से भरे और इसमें किसी भी प्रकार की overwriting न करे।
धनराशि शब्दो में (Amount in words): देय धनराशि को अंको में लिखने के बाद अब आपको उसी धनराशि को शब्दो में भी लिखना होगा। जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि आपके द्वारा देय राशि में किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है। देय धनराशि को आपको चेक के बीच में दिए गए खाली स्थान में भरना होगा।
हस्ताक्षर (Signature): अब आपको नीचे दाई तरफ दिए गए खली स्थान में आपको अपना हस्ताक्षर (Signature) करना होगा। ध्यान रहे यह हस्ताक्षर आपके बैंक में किये गए हस्ताक्षर से मिलने चाहिए।
चेक को क्रॉस करे (Cross the cheque ): यह सुनिश्चित करने के लिए की आपका चेक केवल payee या प्राप्तकर्ता के अकाउंट में ही देय हो, इसे बैंक काउंटर पर भुना (Encash) न किया जा सके। इसके लिए आपको अपने चेक के बाएं तरफ ऊपर की ओर दो समान्तर रेखएं खींचनी होगी। जैसा की नीचे चित्र में दिखाया गया है।
खाली जगह को कैंसिल करे (Cancel unused space): ऊपर बताई गई सभी जानकारी को भरने के बाद अब आपको चेक पर दिख रही खाली जगह को कैंसिल कर देना चाहिए। खासकर कि शब्दो और अंको में लिखे गए अमाउंट को। जिससे आपके चेक के देय धनराशि कोई बदलाव न कर सके।
चेक भरने की टिप्स और सावधानियां
चेक को भरते समय इन बातों का जरूर ध्यान रखे।
- चेक को भरने के लिए गहरे रंग के काले या नील पेन का इस्तेमाल करे।
- किसी भी व्यक्ति को चेक देने से पहले यह सुनिश्चित करे कि आपके अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस जरूर हो।
- चेक पर हस्ताक्षर करने से पहले payee के नाम और देय राशि (अंको और शब्दों में ) को दोबारा जरूर जाँच ले।
- पोस्ट डेटेड चेक पर कभी साइन करे। चेक पर हमेशा करंट डेट ही होनी चाहिए।
- चेक में किसी प्रकार की overwriting या cutting न करे। अगर चेक को भरते समय गलती हो जाती है तो उस चेक को कैंसिल करके नया चेक भरे।
- चेक को भरने के बाद उसका रिकॉर्ड जैसे की तारीख, payee का नाम, अमाउंट आदि को बुकलेट में नोट करले।
- अपनी चेक बुक को सुरक्षित रखे ताकि इसका कोई misuse न कर सके।
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गलत तरीके से चेक भरने के परिणाम
- चेक का बाउंस होना : अगर आपके बैंक खाते में पर्याप्त अमाउंट नहीं और व्यक्ति या व्यापारिक संगठन को चेक जारी कर दिया है तो जब वह व्यक्ति उस चेक को भुनाने जायेगा तो आपके अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस न होने के कारण, आपका चेक बाउंस हो जायेगा। जिससे आपको पेनल्टी भी देनी पड़ सकती है और आपके सिबिल स्कोर पर भी नेगेटिव प्रभाव पड़ेगा।
- कानूनी कारवाही : यदि अपने जानबूझकर बाउंस चेक या धोखाधड़ी वाला चेक जारी किया है तो आप पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है। भारत में, निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट की धारा 138 के तहत चेक बाउंस होना एक अपराध माना जाता है, और इसके परिणामस्वरूप आपको जेल और जुर्माना दोनों हो सकता है।
- पेमेंट में देरी होना : चेक में गलत जानकारी भरने से , चेक के भुगतान में देरी हो सकती है जिसके कारण आपको और payee दोनों को असुविधा हो सकती है।
इन परिणामों से बचने के लिए, आपको चेक भरते समय सावधानी बरतनी चाहिए, अपने लेनदेन का रिकॉर्ड बनाए रखना चाहिए और यदि आपको सही प्रक्रिया के बारे में कोई संदेह है तो अपने बैंक से मार्गदर्शन लेना चाहिए।
लेख से क्या सीखा
किसी भी वित्तीय विसंगतियों या विवादों से बचने के लिए चेक को सही ढंग से भरना बहुत महत्वपूर्ण है। ऊपर बताये गए स्टेप्स और सावधानियों का पालन करके, आप भारतीय बैंकिंग प्रणाली के भीतर अपने वित्तीय लेनदेन में चेक का प्रभावी ढंग से उपयोग कर सकते हैं। याद रखें कि चेक का विशिष्ट ले-आउट विभिन्न बैंकों के बीच थोड़ा अलग हो सकता है, इसलिए यदि आपको कोई संदेह है तो हमेशा अपने बैंक द्वारा प्रदान किए गए निर्देशों का पालन करे और जरूरत पड़ने पर बैंक कर्मचारी से सलह लें।