क्या आप भी कंप्यूटर को पहली बार इस्तेमाल करने के लिए उत्साहित है पर उससे पहले कंप्यूटर के बेसिक फंडामेंटल्स के बारे में जानना चाहते है। तो इसमें हमारी यह Computer fundamentals notes pdf in Hindi आपके जरूर काम आएगी क्योकि इसमें इन्फोग्राफिक्स की मदद से कंप्यूटर के फंडामेंटल्स के बारे में पूरी जानकारी आसान भाषा में प्रदान की गई है।
इस फंडामेंटल्स नोट्स को कुछ इस प्रकार से बनाया गया है कि इसको पढ़कर कोई भी नया स्टूडेंट जो पहली बार कंप्यूटर को यूज़ कर रहा है वो भी इसे पढ़कर कंप्यूटर के हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में बुनयादी जानकारी प्राप्त कर सकेगा।
कंप्यूटर क्या है आसान भाषा में समझाइये ?
अगर आप एक स्टूडेंट जो कर यह जानना चाहते हो कि कंप्यूटर क्या है। तो मै यह किताबो में दी गई परिभाषा को फिर से यहाँ दोहराने वाला नहीं हूँ। मै आपको कंप्यूटर को कुछ मजेदार तरीके से explain करने वाला हू जिसे पढ़कर आप कम्यूटर किसे कहते है? कभी भी भूल नहीं पाएंगे।
मान लीजिये आपके पास एक बहुत ही स्मार्ट और सुपर इंटेलीजेंट फ्रेंड है जो आपके लिए कोई भी काम कर सकता है जैसे आपके साथ खेलना, आपकी होमवर्क में मदद करना और आपके साथ आपके फेवरिट टॉपिक पर बात करना में।
Exactly, Computer भी यही काम करता है हमारे लिए। यह हमारे दिए गए निर्देशों पर मामूली सी गणना से लेकर जटिल सिमुलेशन तक हर काम हमारे कहने पर करता है।
क्या आप जानते है जैसे हमारा दिमाग हमारे लिए सोचने और चीजों को याद रखने में मदद करता है ठीक उसी प्रकार कंप्यूटर के पास Processor होता है जो उसकी साधारण गणानाओ को हल करने से लेकर किसी जटिल समस्या पर निर्णय लेने में आपकी सहायता करता है। जिस प्रकार से हमारे हाथ, लिखने और चित्र बनाने के काम एते है उसी प्रकार कंप्यूटर का माउस और कीबोर्ड काम करता है।
बस कंप्यूटर की एक खासियत इसे अनोखा बनती है। वह है इसकी समस्याओं को हल करने की क्षमता जो इसे हमसे बेहतर बनता है। हम भले ही याद किये गए पहाड़ो को भूल जाये पर कंप्यूटर इसे कभी नहीं भूलता और अपनी याददाश्त का इस्तेमाल करके जटिल गणनाओ को कुछ ही पलो में हल कर देता है जिसे हमें अपने हाथो से करने में कई घंटे लग जाते है। यह है कंप्यूटर की खासियत।
यदि संछेप में कहे तो, कंप्यूटर हमारा वो इंटेलीजेंट और मददगार दोस्त है जो कि हर काम को हमसे बेहतर और काम समय में करने में सक्षम है।
कंप्यूटर की बेसिक जानकारी क्यों जरुरी है ?
कंप्यूटर हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अभिन्न अंग बन गया है। इसलिए इसकी बेसिक कार्यप्रणाली को समझाना और जानना हमसे लिए बहुत ही जरुरी हो जाता है। आसान शब्दों में, कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिसे अनेक प्रकार के कार्यो को बेहतर ढंग से करने के लिए प्रोग्राम किया गया है।
भले ही आप कंप्यूटर को किसी भी उद्देश्य के लिए इस्तेमाल कर रहे हो चाहे वह घर के लिए हो, ऑफिस के लिए हो और खुद के पर्सनल यूज़ के लिए हो। कंप्यूटर की बेसिक जानकारी होना कई मायनो में आज के समय में बहुत ही जरुरी है क्योकि इसका उपयोग लगभग हर क्षेत्र जैसे कि शिक्षा, संचार, नौकरी या व्यवसाय, तकनीक, व्यक्तिगत उपयोग जैसे कई जगहों पर कम्प्यूटर का इस्तेमाल किसी न किसी रूप में जरूर किया जा रहा है। इसलिए हमे कंप्यूटर की मूलभुत जानकारी होना अतिआवशयक है।
कंप्यूटर की विशेषताएं क्या है ?
कंप्यूटर की प्रमुख विशेषताओं में निम्नलिखित है :-
गति (Speed)- कंप्यूटर का अविष्कार इसी मकशद से किया गया था कि यह किसी भी दिए गए टास्क को उपलब्ध डाटा की मदद से तेजी से प्रोसेस करके हमे उसका सटीक परिणाम हमें दिखा सके। अतः हम कह सकते है कि कंप्यूटर किसी भी कार्य को, मनुष्य के मुकाबले कई गुना तेजी से करने में सक्षम होता है।
मल्टीटास्किंग (Multitasking) – कंप्यूटर कई सरे प्रोग्राम्स या ऍप्लिकेशन्स पर एकसाथ रन करने में सक्षम होता है जिससे यूजर एक साथ कई सारे काम जैसे माइक्रोसॉफ्ट वर्ड एप्लीकेशन पर टाइपिंग करने के साथ साथ कंप्यूटर पर संगीत सुनना। जैसे कार्यो को एकसाथ कर सकता है।
संग्रहण क्षमता (Storage capacity)- मॉर्डन कम्प्यूटर्स में कई सारी बड़ी-बड़ी डाक्यूमेंट्स फाइलों, इमेजेस, म्यूजिक और वीडियो को संग्रहित करने की क्षमता होती है। जिसे जरूरत पड़ने पर हम कभी भी उपयोग में ला सकते है।
शुद्धता (Accuracy)- कंप्यूटर जटिल से जटिल गणनाओ को काम समय में बिना किसी error के accuracy के साथ करने में सक्षम है। जिसे मानव द्वारा बिना किसी गलती के करना लगभग नामुमकिन है।
स्वचालन (Automation)- कंप्यूटर में हम कई सारे बार बार दोहराये जाने वाले टास्क जैसे कि डाटा एंट्री कार्यो मो स्वचालित तरीके से कर सकते है जिससे समय की बचत होती है।
कनेक्टिविटी (Connectivity)- कंप्यूटर पर हम इंटरनेट के द्वारा बाहरी दुनिया के साथ जुड़कर कैसे सारी सूचनाएं व जानकारियों का आदान-प्रदान कर सकते है।
पोर्टबिलिटी (Portability)- आजकल लैपटॉप, टेबलेट, मोबाइल फ़ोन जैसे कंप्यूटर के आ जाने से इसे अपने साथ लाने- लेजाने में बहुत सुविधा रहती है जिससे कोई भी उपयोगकर्ता इससे कही से किसी भी समय पर अपना कार्य कर सकता है।
अनुकूलता (Compatibility)- कंप्यूटर बहुत सारे सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेयर डिवाइस के साथ आसानी से जुड़ जाता है। जोकि इसे versatile बनाता है।
यूजर फ्रेंडली (User Friendly)- आजकल के मॉर्डन कंप्यूटर का इंटरफ़ेस इतना सरल होता है कि कोई भी user, जिसे कंप्यूटर की टेक्निकल जानकारी ना भी हो, वो व्यक्ति भी इसे आसानी से ऑपरेट कर सकता है।
सुरक्षा (Security)- ऑनलाइन फ्रॉड की बढ़ती घटनाओ पर नियंत्रण करने के लिए कंप्यूटर की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है जिससे हमारा कंप्यूटर किसी वायरस, मैलवेयर या साइबर अटैक से सुरक्षति रहे।
कंप्यूटर की पीढ़ियाँ
उन्नीस के दशक के सबसे शुरुआती कम्प्यूटर्स से लेकर आजके मॉर्डन कम्प्यूटर्स में आये बदलाव तथा उनकी कार्य करने की क्षमता में हुई वृद्धि को कुल पांच पीढ़ियों में बाँटा गया है। जोकि कुछ इस प्रकार है-
प्रथम पीढ़ी 1940-1950 (First Generation )- प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटर्स बहुत ही भारी, कीमती और चलाने में बहुत ही जटिल होते थे। इनमे प्रॉसेसिंग के लिए vacuum tube का इस्तेमाल किया जाता था। उदाहरण- ENIAC, UNIVAC & IBM-701
द्वितीय पीढ़ी 1950 -1960 (Second Generation)- दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में vacuum tube के स्थान पर ट्रांज़िस्टर (Transistor) का उपयोग किया जाने लगा जिससे इनके आकार में कमी आई और कार्य करने की क्षमता में वृद्धि हुई पर अब भी ये आकर में बड़े ही थे और इस्तेमाल करने में उतने user friendly नहीं थे। उदाहरण- IBM 1401 और CDC 6600
तृतीय पीढ़ी 1960-1970 (Third Generation)- इस पीढ़ी के कंप्यूटर कुछ आज के डेस्कटॉप कंप्यूटर जैसे दिखाई देते थे। ये आकर में भी छोटे थे और डाटा को प्रोसेस करने के लिए Integrated Circuits (IC) का उपयोग करते थे। उदाहरण- DEC PDP-8 और IBM System/360
चतुर्थ पीढ़ी 1970-1980 (Fourth Generation)- ये वो समय थे जब कम्यूटर आम लोगो के बीच में अपनी पहचान बना रहे थे और ये आकर में पिछली पीढ़ियों के मुकाबले काफी छोटे थे जिन्हे कही भी आसानी से लाया ले जाया जा सकता था। इसमें डाटा प्रोसेसिंग के लिए माइक्रोप्रोसेसर का इस्तेमाल किया जाता था। उदाहरण- Apple Macintosh और IBM PC
पांचवी पीढ़ी 1980- अब तक (Fifth Generations)- इस पीढ़ी के कंप्यूटर वो है जिसपर हम और आप काम करते है। ये आकर में काफी छोटे और पॉवरफुल है। इन कम्प्यूटर्स को इंटरनेट से कनेक्ट करके हम दुनिया के किसी भी कोने में सूचना को भेज सकते है और प्राप्त कर सकते है। आज के कंप्यूटर का उपयोग करके आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस पर आधारित मशीनों को बनाया जा रहा जोकि काफी बड़ी मात्रा में डाटा को काम समय में analyze करके हमें सटीक परिणाम देते है। उदाहरण- Apple iPhone और IBM Watson
Computer Fundamentals notes pdf
कंप्यूटर के बारे में सम्पूर्ण जानकरी के लिए आप निचे दिए गए लिंक्स से आप कंप्यूटर के फंडामेंटल्स नोट्स को हिंदी pdf में डाउनलोड करके कंप्यूटर के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते है वो भी बिलकुल फ्री में।
कंप्यूटर को हिंदी में क्या बोलते है, इसका पूरा नाम क्या है ?
कंप्यूटर को हिंदी भाषा में “संगणक” कहते है। संगणक शब्द हिंदी के दो शब्दो से मिलकर बना है। संग+अंक
संग का अंग्रेजी में अर्थ है together या collective और अंक का अर्थ है number तो संगणक का अर्थ हुआ ऐसा यंत्र जो अंको के साथ मिलकर गणनायें करता हो।
Computer का पूरा नाम कुछ इस प्रकार है।
- C- Commonly
- O- Operated
- M- Machine
- P- Particularly
- U- Used for
- T- Technical
- E- Education and
- R- Research
निष्कर्ष
अगर आप यहाँ तक पहुँच गए है तो अपने जरूर इस लेख को पूरा पढ़ लिया है और इसे पढ़कर आपको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी भी मिल गई होगी। अगर आप कंप्यूटर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी चाहते है तो इसके लिए आप इस लेख के बिच में दिए गए computer fundamentals notes के PDF लिंक को डाउनलोड कर सकते है। इस हिंदी pdf notes में पूरी जानकारी दी गई है। धन्यवाद।
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