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भारत ने वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और नवप्रवर्तकों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित करने के लिए "राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार" की शुरुआत की है।
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जिसने विज्ञान, प्रौद्योगिकी या प्रौद्योगिकी आधारित नवाचार के किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट योगदान दिया हो, वे पुरस्कार प्राप्त करने के पात्र होंगे। विदेश में रहकर भारतीय समुदायों या समाज को लाभ पहुंचाने में असाधारण योगदान देने वाले भारतीय मूल के लोग भी पुरस्कार के पात्र होंगे।
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इन अवार्ड्स को चार श्रेणियों में बाटा गया है। आइये जानते है उन सभी श्रेणियों के बारे में, जिनमे इन पुरस्कारों को बांटे जायेगे।
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विज्ञान रत्न (VR ): यह पुरस्कार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में की गई जीवन भर की उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देगा।
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विज्ञान श्री (VS): यह पुरस्कार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट योगदान को मान्यता देगा।
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विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर (वीवाई-एसएसबी): यह पुरस्कार 45 वर्ष की आयु तक के युवा वैज्ञानिकों को मान्यता देगा और प्रोत्साहित करेगा जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया है।
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विज्ञान टीम (वीटी):यह पुरस्कार तीन या अधिक वैज्ञानिकों/शोधकर्ताओं/अन्वेषकों की एक टीम को दिया जाएगा, जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में एक टीम के रूप में काम करके असाधारण योगदान दिया हो।
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राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 13 क्षेत्रों में दिया जायेगा। जिसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान, जैविक विज्ञान, गणित, कंप्यूटर विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान, चिकित्सा, इंजीनियरिंग विज्ञान, कृषि विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, प्रौद्योगिकी शामिल हैं।
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यह पहल विविध क्षेत्रों में व्यक्तियों और टीमों के प्रभाव को स्वीकार करते हुए वैज्ञानिक और तकनीकी इनोवेशन को बढ़ावा देने की भारत की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।